आपके लिए मैं चार्लटन की वेब की कहानी का एक भाग प्रस्तुत कर रहा हूँ। कृपया ध्यान दें कि यह कहानी लिखी गई है और वास्तविक कहानी से भिन्न है:
**चार्लटन की वेब: बच्ची मुर्गी की कहानी**
गर्मियों के आखिरी दिनों में, एक छोटे से गाँव में, एक छोटी सी बच्ची मुर्गी थी जिसका नाम विलबर है। विलबर बड़े उत्साह से गाँव के खेतों में भटकती थी और खोजती थी कि क्या कुछ दिलचस्प हो सकता है।
एक दिन, विलबर खेत के किनारे गई और एक विशेष चीज़ की ओर दौड़ी जो उसकी दिल में उत्सुकता भर दी। वह चीज़ थी एक बड़ी सी पुरानी खाँचा। विलबर ने खाँचे के अंदर देखा और वहाँ एक बड़ी सी वेब देखी जिस पर शब्द लिखे थे - "अगले साल के लिए अपनी चार्लटन से मिलेंगे"।
विलबर ने खुशी खुशी खेत में घूमते हुए यह खबर गाँव के अन्य जानवरों को बताई। उन्होंने यह सुनकर हैरानी में होने वाले मुर्गों और गाँव वालों के साथ खुशी-खुशी बातचीत की।
परंतु जैसे-जैसे समय बीत रहा था, विलबर के दिल में एक डर बाध गया क्योंकि उसने सुना था कि मुर्गियाँ उच्चारणियों के लिए उपयोग होती हैं और उन्हें बचाने के लिए बड़े खाँचे में डाल दिया जाता है।
विलबर को दिल दुखने लगा और वह चार्लटन, एक बड़ी ब्राउन गधेड़ी वाली माकड़ी से मिली, जिन्होंने उसे सहायता करने का आवाज दिया। चार्लटन ने विलबर के साथ मिलकर एक योजना बनाई - वह खाँचे के अंदर शब्दों की मदद से चार्लटन की वेब बनाएगी जो विलबर की तारीफ़ करेगी और उसे बचाने में मदद करेगी।
चार्लटन की मदद से विलबर ने अपने जीवन में बड़े बदलाव किए और उसने खाँचे के बाहर लोगों को आकर्षित करने के लिए चार्लटन की वेब की मदद से कुछ चमत्कारिक बातें की।
चार्लटन की वेब के सहारे, विलबर ने खुद को बचाया और उसने सबको यह सिखाया कि किसी छोटे से मुर्गी की भी कितनी महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है।
कृपया ध्यान दें कि यह कहानी श्रृंगारिक है और वास्तविक कहानी से भिन्न है।